सोनू की माई
सोनू की माई
राम की जय के बाद कह रहा हूँ कि इस बार भी
दीवाली पर घर नहीं आ पाऊँगा . सोचा था कि नक्सलवाङी से पोस्टिंग
मैदान के किसी शान्त स्टेशन पर हो जाएगी तो कुछ दिन के लिए घर आ पाऊँगा . पर ऐसा हो नहीँ पाया . मेरी पोस्टिंग अब मणिपुर हो गई है . आज ही युनिट मूव कर रही है. तुम टीवी पर खबरें देख कर घबराना
नहीं . हम यहाँ एक दूसरे का पूरा ध्यान
रखते हैं .
सोनू और मधु तो स्कूल जा रहे होंगे . किस कक्षा में हो गये हैं . उनकी पढाई का ध्यान रखना .उन्हें बङा साहब बनाना है . फौज में साहब की जिन्दगी तो आसान है. फौज ही कयूँ साहब की जिन्दगी तो हर
जगह आसान है.
माई का ध्य़ान भी तुझे ही रखना है . कहाँ तो तेरा ध्यान मुझे रखना था ….......... अपना ध्यान रखना .
जानता हूँ अकेले रहना कितना मुश्किल है …....... ईश्वर ने चाहा तो जल्दी मिलेंगे.
तेरा फौजी
स्नेह
गोस्वामी
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